花と冒険[考察・エッセイ]
崖に咲く花はなぜ美しいのか「文化」についてのエッセイ。
テーマは文学、思想、民俗、絵画、漫画、アイドル、ゲーム、玩具、世相...。
ハイカルチャーとサブカルチャーの境も関係なく、流行も関係なく、
日常の死角にある「文化」を語る。
-
高校3年生の時に大学受験に失敗してしまった僕は、1991年の4月から約1年間を代々木ゼミナール本校で過ごした。浪人、予備校生活に対しては、暗いイメージを持つ人が大半だろう。たしかに、浪人はひたすら勉強しなければいけないし、世間体も非常に悪いし、「来年も受からなかったらどうしよう!」というプレッシャーはズシリと心に絶えず重くのしかかる。しかし、「ちゃんと勉強し...
[続きを読む](2011.04.30) -
スケ番もののドラマの名作が数々生まれた80年代だが、そのムーヴメントは90年代に入るとピタリと止まる。最大の原因は現実世界でのスケ番カルチャーの衰退だろう。90年代に入ると少女達の反抗の仕方は、もっとファッショナブルに洗練されてゆく。スケ番の象徴的アイテムとも言うべき長いスカートやペシャンコの学生カバンはすっかり時代遅れとなり、プロレスの悪役のようなメイクを...
[続きを読む](2011.04.23) -
みなさんはスケ番が好きですか? 僕は大好きです! と、唐突に始めてみたが、「こんな原稿、誰も読まないかもなあ」と、早くも激しい孤独を感じている僕なのであった……。なにしろ「俺もスケ番が大好きなんだよ!」と同胞と手を握り合ったことは、僕の人生の中で一度もないのだから。しかし、スケ番が日本のエンタテインメントを語る上で決して無視出来ない存在であるのは、紛れもない...
[続きを読む](2011.04.16) -
1990年9月、龍膽寺雄は「墓を造る」を執筆した。この作品は翌年4月の『湘南文学』創刊号に掲載、それから1年あまり経った1992年6月3日、心不全でこの世を去った。「墓を造る」にはその題名通り丹沢山の裾に墓を造ったことが記されている。ほかにも大好きだというギボウシの花にまつわる思い出、慶大生の頃にアインシュタインに会ったこと、神様に「貸し」を作る生き方など、...
[続きを読む](2011.04.09) -
再評価の動きが出始めたのは、1970年代のことである。川端康成の死(1972年4月16日)から1年ほど経った1973年3月、中央大学の古俣裕介氏が論文「龍膽寺雄ノート」を発表。その辺りから見直しが進み、1980年代半ばには全集が出た(全集といっても完全なものではなく、いわゆる〈カストリ雑誌〉に書いていたものは収録されていない)。この全集の月報で、若き村上春樹...
[続きを読む](2011.04.02)
月別インデックス
- November 2024 [1]
- October 2024 [1]
- September 2024 [1]
- March 2024 [1]
- February 2024 [1]
- November 2023 [1]
- August 2023 [7]
- March 2023 [1]
- February 2023 [1]
- December 2022 [1]
- October 2022 [1]
- August 2022 [1]
- May 2022 [1]
- February 2022 [1]
- December 2021 [1]
- September 2021 [2]
- August 2021 [1]
- July 2021 [1]
- May 2021 [1]
- March 2021 [1]
- January 2021 [1]
- December 2020 [1]
- October 2020 [1]
- August 2020 [1]
- June 2020 [1]
- May 2020 [2]
- March 2020 [1]
- February 2020 [1]
- January 2020 [1]
- December 2019 [1]
- November 2019 [2]
- October 2019 [1]
- September 2019 [1]
- August 2019 [1]
- July 2019 [1]
- June 2019 [1]
- May 2019 [1]
- March 2019 [1]
- January 2019 [1]
- December 2018 [1]
- November 2018 [1]
- October 2018 [1]
- September 2018 [1]
- July 2018 [1]
- June 2018 [2]
- May 2018 [1]
- February 2018 [1]
- December 2017 [2]
- October 2017 [1]
- September 2017 [1]
- August 2017 [1]
- July 2017 [3]
- June 2017 [1]
- May 2017 [1]
- April 2017 [1]
- February 2017 [1]
- January 2017 [1]
- December 2016 [2]
- October 2016 [1]
- September 2016 [1]
- August 2016 [1]
- July 2016 [1]
- June 2016 [2]
- April 2016 [2]
- March 2016 [1]
- January 2016 [1]
- December 2015 [2]
- November 2015 [1]
- October 2015 [1]
- September 2015 [2]
- August 2015 [1]
- July 2015 [1]
- June 2015 [1]
- May 2015 [2]
- April 2015 [1]
- March 2015 [1]
- February 2015 [1]
- January 2015 [1]
- December 2014 [1]
- November 2014 [2]
- October 2014 [1]
- September 2014 [2]
- August 2014 [1]
- July 2014 [1]
- June 2014 [2]
- May 2014 [2]
- April 2014 [1]
- March 2014 [1]
- February 2014 [1]
- January 2014 [3]
- December 2013 [3]
- November 2013 [2]
- October 2013 [1]
- September 2013 [2]
- August 2013 [1]
- July 2013 [2]
- June 2013 [2]
- May 2013 [2]
- April 2013 [3]
- March 2013 [2]
- February 2013 [2]
- January 2013 [1]
- December 2012 [3]
- November 2012 [2]
- October 2012 [3]
- September 2012 [3]
- August 2012 [3]
- July 2012 [3]
- June 2012 [3]
- May 2012 [2]
- April 2012 [3]
- March 2012 [2]
- February 2012 [3]
- January 2012 [4]
- December 2011 [5]
- November 2011 [4]
- October 2011 [5]
- September 2011 [4]
- August 2011 [4]
- July 2011 [5]
- June 2011 [4]
- May 2011 [4]
- April 2011 [5]
- March 2011 [4]
- February 2011 [5]